हर शाख पे उल्लू बैठा है, अंजामे गुलिस्तां क्या होगा ?

श्यामल कुमार मुखर्जी, लोनी। आपदा को अवसर में कैसे बदला जाए यह बात कोई हम भारतीय लोगों से पूछे। सरकार को सुबह शाम भरपेट गालियां देना तथा पुलिस प्रशासन व शासन तंत्र के निकम्मेपन को सबके सामने उजागर करते रहना तथा स्वयं को ईमानदार साबित करते रहना यह हम सब की फितरत बन चुकी है । हमारे समाज से ही कुछ भेड़ की खाल में छुपे हुए भेडि़ए समय-समय पर अपनी लपलपाती जीभ निकाले चंद्र नोटों की खातिर अपना जमीर बेचते हुए जरा भी नहीं हिचकीचाते। थाना ट्रॉनिका सिटी पुलिस द्वारा अस्पतालों में प्रयोग किए गए सर्जिकल दस्तानों की वाशिंग कर तथा उसे पैक कर मार्केट में सप्लाई करने वाली फैक्ट्री से 98 कट्टे प्रयोग किए गए गंदे दस्ताने, 60 कट्टे धुले दस्ताने तथा 800 पैकिंग बॉक्स, 2 धुलाई मशीन, एक सुखाने वाली मशीन, एक वाशिंग मशीन तथा अन्य सामान बरामद कर आपदा को अवसर बदलने वाले तीन अभियुक्तों को ट्रॉनिका सिटी पुलिस द्वारा गिरफ्तार कर लिया गया है।